(टार्डीग्रेड) Tardigrade in hindi 2021 | जो अंतरिक्ष में खतरनाक रेडिएशन के बीच भी रहता है सुरक्षित

(टार्डीग्रेड) Tardigrade in hindi 2021 | जो अंतरिक्ष में खतरनाक रेडिएशन के बीच भी रहता है सुरक्षित



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              तो आइए शुरु करते है।

(टार्डीग्रेड) Tardigrade in hindi 2021 | Tardigrade एक ऐसा जीव जो अमर है। 2021

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Tardigrade

मेरे भाईयो आप मै से बोहोत से लोगो ने अपनी स्कुल की कक्षा मै कभी न कभी माइकरोस्कोप का इस्तेमाल तो किया होगो । और अगर आप मेरी तरहा सरकारी स्कुल से पढाई किये है तो 9वीं कक्षा मै माइकरोस्कोप से प्याज की झिल्ली या सुक्ष्म जीवो को देखा या उनके बारे मै पढा होगो । तो  दोस्तो आज हम जानकारी जुटाएगे। एक ऐसे ही सख्त जान Micro (सुक्ष्म) Animal (जानवर) के बारे मै जो 50 करोड सालो से पृथ्वी पर उसी रूप और आकार मै मोजुद है जैसे वो 50 करोड साल पहले था।

टार्डिग्रेड्स जिसे आम तौर पर पानी के भालू या मॉस पिगलेट के रूप में जाना जाता है, पानी मै रहने वाले आठ पैरों वाले खंडयुक्त सूक्ष्म-जंतुओं का एक समूह है। जिसे पहली बार 1773 में जर्मन प्राणी विज्ञानी जोहान अगस्त एप्रैम गोएज़ द्वारा खोजा गया था, जिन्होंने उसे पानी का छोटा भालू कहा था। 1777 में, इतालवी जीवविज्ञानी लाज़ारो स्पल्ज़ानी ने उन्हें टार्डीग्राडा नाम दिया, जिसका अर्थ है "धीमी गति से चलने वाले"।

टार्डीग्रेड पृथ्वी का सबसे सख्त जान (तरह-तरह की परिस्थितियाँ झेल सकने वाला) प्राणी है। यह 1 केल्विन (−272 °सेंटीग्रेड) से लेकर 420 केल्विन (150 °सेंटीग्रेड) का तापमान झेल सकता है । यह महासागरों की सबसे गहरी जगाहो में मौजूद दबाव से छह गुना अधिक दबाव झेल सकते हैं।मानवों की तुलना में यह सैंकड़ों गुना अधिक विकिरण (रेडियेशन) में जीवित रह सकते हैं टार्डीग्रेड इतने सख्त जान होते की ये बिना आक्सीजन और खाना,पानी के अंतरिक्ष के ठंडे और रेडियेशन वाले माहोल में जहां गामारे के साथ सुर्य और सुर्य जेसै तारो से लगातार निकल रहे हानिकारक सोरविकिरण होते है । 

वहांं भी टार्डीग्रेड कुछ काल तक ज़िन्दा रह सकते हैं। यह एक ऐसा जीव है जो ठंडे बर्फीले उचे पहाडो से लेकर जवालामुखियो तक और आपके आस पास किसी हरी काई मे भी ये जीव मिलेगा ।  यह 30 वर्षों से अधिक बिना कुछ खाए-पिए रह सकते हैं और धीरे-धीरे लगभग पूरी शारीरिक क्रियाएँ रोक लेते हैं और उनमें सूखकर केवल 3% जल की मात्रा ही अपने शरीर बचाकर एक गहरी निन्द मै चले जाते है।न इसके बाद जल व आहार प्राप्त होने पर यह फिर क्रियशील हो जाते हैं और शिशु जन सकते हैं। और एक महत्वपुर्ण बात कि इस जीव का D.N.A हमारी पृथ्वी पर मोजुद जीवो कि तुलना मे बोहोत ही अलग है।

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Water Bear


तो दोस्तो आज हमने ये जाना कि हमारी पृथ्वी पर एक ऐसा जीव भी है । जो कठिन से कठिन स्थानो पर सामानय रुप से रहता है। जहां दुसरे जीवो रहना नामुमकिन होता है। वेसै दोस्तो जो जीव किसी भी परिसितिथी मे रह सकता है। तो ऐसै जीव को जिसे हम इंसानो के मुकाबले अगर अमर बोले तो कुछ हद गलत नही होगा ।

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