Jangli suar ke rochak tathya | जंगली सूअर से जुड़े तथ्य 

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Jangli suar


1 .जंगली सुअर (Sus scrofa) या जिसे वाराह,भी कहा जाता है  एक तरह के सुअर की प्रजाति होती है। जो सिर्फ मध्य यूरोप,और भूमध्य सागर  के क्षेत्र (उत्तरी अफ्रीका, एटलस पर्वत) के साथ एशिया से  इंडोनेशिया तक के क्षेत्रों मैं पाया जाता है।

2 .हिन्दू धर्म में विष्णु भगवान ने दशावतारो में से एक अवतार वराहावतार यानि सूअर में इस पशु के रूप में ही अवतरण कर पृथ्वी से पाताल से बाहर निकाला था। सूअर (Pig) आर्टियोडेक्टिला गण (Order Artiodactyla) के सुइडी कुल (family Suidae) के जीव है। 

3 .दोस्तों पूरी दुनिया के जंगली और पालतू सूअर इसके अंतर्गत आते हैं। इन खुर वाले जीवो की खाल बहुत मोटी होती है और इनके शरीर पर जो थोड़े बहुत बाल रहते हैं वे बहुत कड़े होते हैं। इनका थूथन आगे की ओऱ चपटा रहता है जिसके भीतर मुलायम हड्डी का एक चक्र सा रहता है, जो थूथन को कड़ा बनाए रखता है। इसी थूथन के साथ ये जमीन खोद डालते हैं और भारी-भारी पत्थरों को आसानी से उलट देते हैं। 

4 .जंगली सूअर (Wild Boar) प्रजाति सुस स्क्रोफ़ा, सुइडी कुल का जंगली सदस्य है। पालतू सूअरों, गिनी पिग और कई अन्य स्तनधारी प्राणियों के नरों के लिए भी ‘बोर’ (जंगली सूअर) शब्द का उपयोग होता है।

Jangli suar ke dant  | जंगली सूअर के दांत 

जंगली सुअरो के लम्बे दांत उनकी आत्मरक्षा के हथियार हैं। ये दांत इतने मजबूत और तेज होते हैं कि जंगली सूअर अपने दांतो से घोड़ों तक का पेट फाड़ डालते हैं। जंगली सूअर(jangli suar)के  ऊपर के दांत तो बाहर निकलकर ऊपर की ओर घूमे रहते हैं लेकिन इनके दूसरे नीचे के दांत बड़े और सीधे रहते हैं। जब ये अपने जबड़ों को बंद करते हैं तो ये दोनों दांत आपस में रगड़ खाकर हमेशा तेज और नुकीले बने रहते हैं।

Jangli suar ke dant जंगली सूअर के दांत
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Jangli suar ke dant kis kam aate  hai | जंगली सूअर के दांत किस काम आते है 

दोस्तों इस दुनिया मैं बोहोत सी जगाहे है जहाँ की अलग अलग मान्यताये है जहाँ के लोगो का माना है की जंगली सूअर के दाँत कई काम का है उन् लोगो का कहना है की सूअर का दांत गले मैं पहने से बुरा साया दूर रहता है और दूसरी बुरी आत्माएं जो नुकसान पोहचा सकती है वो व्यक्ति से दूर रहती है इसके साथ ही जंगली सूअर के दांत ताविजो मैं दवाइयों मैं टोटको मैं आदि चीजों मैं काम आते है 

जंगली सूअरों के खुर चार भागो में बँटे होते हैं जिसमें से आगे के दो खुर बड़े और पीछे के छोटे होते हैं। पीछे के दो खुर टाँगों के पीछे की ओर लटके रहते हैं और उनसे इन्हें चलने में किसी तरह की मदद नहीं मिलती। इन जंगली सूअर और इनसे सम्बंधित जाति के जीवो की सूंघने की शक्ति बहुत तेज होती है जिसकी सहायता से ये जमीन के अंदर की स्वादिष्ट जड़ों आदि का पता लगा लेते हैं। वैसे इनकी मुख्य खुराख कंद-मूल, गन्ना और अनाज है लेकिन इसके अलावा ये कीड़े-मकोड़े केचुए और छोटे सरीसृप भी खा लेते हैं। 


जातियाँ:- पालतू सूअर विश्व के सभी देशों में फैले हुए हैं और सभी अलग अलग देशों में इनकी ;कई प्रकार की जातियाँ पाई जाती हैं। यहाँ उनमें से केवल कुछ जातियों का संक्षिप्त वर्णन दिया जा रहा है जो बहुत प्रसिद्ध हैं।


jangali suar ki janakri | जंगली सूअर की जानकारी और जातियां

1. बर्क शायर (Berkshire)-इस जाति के सूअर काले रंग के होते हैं जिनका चेहरा, पैर और पूछ का सिरा सफेद होता है। यह जाति इंग्लैंड में बनाई गई है। जहाँ से यह अमरीका में फैली। मन जाता है की इनका माँस बहुत स्वादिष्ट होता है।


2. चेस्टर ह्वाइट (Chester white)-इस जाति के सूअरों का रंग सफेद होता है और खाल गुलाबी रहती है। यह जाति अमरीका के चेस्टर काउन्टी में बनाई गई और केवल अमरीका में ही फैली है।


3. ड्यूराक (Duroc)- यह जाति भी अमरीका से ही निकली है। इस जाति के सूअर लाल रंग के होते हैं जो काफी भारी और जल्द बढ़ जाने वाले जीव हैं।


4. हैंपशायर (Hampshire)-यह जाति इंग्लैंड में निकाली गई है लेकिन अब यह अमरीका में भी काफी फैल गई है। इस जाति के सूअर काले होते हैं जिनके शरीर के चारों और एक सफेद पट्टी पड़ी रहती है। यह बहुत जल्द बढ़ते और चरबीले हो जाते हैं।


5. हियरफोर्ड (Hereford)- यह जाति भी अमरीका में निकाली गई है। ये लाल रंग के सूअर हैं जिनका सिर, कान, दुम का सिरा और शरीर का निचला हिस्सा सफेद रहता है। ये कद में अन्य सूअरों की अपेक्षा छोटे होते हैं और जल्द ही प्रौढ़ हो जाते हैं।


6. लैंडरेस (Landrace)-इस जाति के सूअर डेनमार्क, नार्वे, स्वीडन, जर्मनी और नीदरलैंड में फैले हुए हैं। ये सफेद रंग के सूअर हैं जिनका शरीर लंबा और चिकना रहता है।


7. लार्ज ब्लैक (Large Black)- इस जाति के सूअर काले होते हैं जिनके कान बड़े और आँखों के ऊपर तक झुके रहते हैं। यह जाति इंग्लैंड में निकाली गई और ये वहीं ज्यादातर दिखाई पड़ते हैं।


8. मैंगालिट्जा (Mangalitza) -यह जाति बाल्कन स्टेट में निकाली गई है और इस जाति के सूअर हंगरी, रूमानियाँ और यूगोस्लाविया आदि देशों में फैले हुए हैं। ये या तो घुर सफेद होते या इनके शरीर का ऊपरी भाग भूरापन लिए काला और नीचे का सफेद रहता है। इनको प्रौढ़ होने में लगभग दो वर्ष लग जाते हैं और इनकी मादा कम बच्चे जनती है।


9. पोलैंड चाइना (Poland China)-यह जाति अमर को ओहायो (Ohio) प्रदेश की बट्लर और वारेन (Butler and Warren) काउंटी में निकाली गई है। ड्यूराक जाति की तरह यह सूअर भी अमरीका में काफी संख्या में फैले हुए हैं। ये काले रंग के सूअर हैं जिनकी टाँगें, चेहरा और दुम का सिरा सफेद रहता है। ये भारी कद के सूअर हैं जिनका वजन 12-13 मन तक पहुँच जाता है। इनकी छोटी, मझोली और बड़ी तीन जातियाँ पाई जाती हैं।


10. स्पाटेड पोलैंड चाइना (Spotted Poland China)-यह जाति भी अमरीका में निकाली गई है और इस जाति के सूअर पोलैंड चाइना के अनुरूप ही होते हैं। अंतर सिर्फ यही रहता है कि इन सूअरों का शरीर सफेद चित्तियों से भरा रहता है।


11. टैम वर्थ (Tam Worth)-यह जाति इंग्लैंड में निकाली गई जो शायद इस देश की सबसे पुरानी जाति है। इस जाति के सूअरों का रंग लाल रहता है। इसका सिर पतला और लंबोतरा, थूथन लंबे और कान खड़े और आगे की ओर झुके रहते हैं। इस जाति के सूअर इंग्लैंड के अलावा कैनाडा और यूनाइटेड स्टेट्स में फैले हुए हैं।


12. वैसेक्स सैडल बैक (Wessex Saddle Back)-यह जाति भी इंग्लैंड में निकाली गई हैं। इस जाति के सूअरों का रंग काला होता है और उनकी पीठ का कुछ भाग और अगली टाँगें सफेद रहती हैं। ये अमरीका के हैंपशायर सूअरों से बहुत कुछ मिलते-जुलते और मझोले कद के होते हैं।


13. यार्कशायर (Yorkshire)-यह प्रसिद्ध जाति वैसे तो इंग्लैंड में निकाली गई है लेकिन इस जाति के सूअर सारे यूरोप, कैनाडा और यूनाइटेड स्टेट्स में फैल गए हैं। ये सफेद रंग के बहुत प्रसिद्ध सूअर हैं जिनकी मादा काफी बच्चे जनती है। इनका मांस बहुत स्वादिष्ट होता है।

Jagli suar ka shika | जंगली सूअर का शिकार

Jagli suar ka shika

जंगली सूअर का शिकार

शिकार:- अपनी शक्ति, गति और भयंकरता के कारण पुराने ज़माने से ही जंगली सूअर पीछा करके शिकार किया जाने वाला सबसे पसंदीदा जानवर रहा है। यूरोप और भारत के कुछ हिस्सों में अब भी कुत्तों की मदद से इसका शिकार किया जाता है, लेकिन भालों का स्थान अब बंदूकों ने ले लिया है। यूरोप में जंगली सूअर राजसी शिकार के चार पशुओं में से एक है और यह इंग्लैंड के राजा रिचर्ड 3 का विशेष चिन्ह है। काफ़ी समय तक खाद्य पदार्थ के रूप में जंगली सूअर के सिर को विशिष्ट व्यंजन का दर्जा प्राप्त था।

जंगली सूअर की उत्पत्ति:- यूरोपीय देशों में जंगली सूअर को ‘वाइल्ड बोर’ भी कहा जाता है, यह जंगली सूअरों में सबसे बड़ा होता है। यह पश्चिमी और उत्तरी यूरोप, उत्तरी अफ़्रीका, भारत, अंडमान द्वीप समूहऔर चीन में पाया जाता है। इसे अमेरिका और न्यूज़ीलैंड भी ले जाया गया है (जहाँ यह स्थानीय जंगली प्रजातियों में घुलमिल गया है)। इसके शरीर पर कड़े बाल होते हैं, रंग धूसर, काला या भूरा होता है और कंधे तक इसकी ऊँचाई 90 सेमी तक होती है। अकेले रहने वाले बूढ़े नरों को छोड़कर, जंगली सूअर झुड़ों में ही निवास करते हैं। ये तेज़, निशाचर, सर्वभक्षी और अच्छे तैराक होते हैं। इनके दाँत पैने और बाहर की ओर निकले होते हैं। हालांकि यह आक्रामक जानवर नहीं है, फिर भी ख़तरनाक साबित हो सकता है।



hello everyone my name is ROHIT DIGWAL and i am from new delhi India

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