हैलो दोस्तो कैसे हो आप सब एक बार फिर आप सभी का स्वागत हे । अपनी Genral knowlaged or information से भरी इस शब्दो की दुनिया Jankari Everything मे
तो दोस्तो आज हम एक ऐसी लग्जरी कम्पनि के बारे मे जानकारी जुटाएगे जिसके नाम से ही पता चलता है कि वह पुरे विश्व की कितनी मश्हुर कम्पनि है ।
तो आइए शुरु करते है ।
रोलेक्स घड़ी को रुतबे का प्रतीक माना जाता है और बिज़नेसवीक पत्रिका ने रोलेक्स को 100 सबसे अधिक कीमत वाले ब्रांडों की सुची मे 2007 की वार्षिक सूची में 71वे पर रखा था ।रोलेक्स, घडि़यो की सबसे बड़ी अकेली लक्जरी ब्रांड है, जो एक दिन मे 2,000 घड़ियों का उत्पादन करती है और जिसकी आय अनुमान के आधार पर करीब यूएस$3 बीलियन (£1.75) (3.02 CHF बीलियन)
1. 1908 में विल्स्दोर्फ़ ने "रोलेक्स" ट्रेडमार्क को पंजीकृत करवाया और स्विट्जरलैंड के ला शौक्स डे फोंड्स में एक कार्यालय खोला. "रोलेक्स" नाम की कंपनी को 15 नवम्बर 1915 को पंजीकृत किया गया। कहा जाता है। कि विल्स्दोर्फ़ की इच्छा थी कि उनकी घड़ी के ब्रांड का नाम ऐसा हो जिसका उच्चारण किसी भी भाषा में आसानी से किया जा सके. उन्होंने यह भी सोचा कि "रोलेक्स" एक ध्वनी-सदृश नाम था, जिससे एक घड़ी बांधने का एहसास होता है। और ये छोटा भी इतना था कि किसी भी घड़ी पर फिट हो सकता था।
2. 1914 में क्यू वेधशाला ने रोलेक्स घड़ी को क्लास A सटीकता के प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया था ।यह एक ऐसा पुरस्कार जिससे सामान्यतः समुद्री क्रोनोमीटर को विशेष रूप से सम्मानित किया जाता था
3. 1919 में विल्स्दोर्फ़ इस कंपनी को जिनेवा, स्विट्जरलैंड ले आये, जहां इसे रोलेक्स वाच कंपनी के रूप में स्थापित किया गया। इसके नाम को बाद में बदलकर मोंट्रेस रोलेक्स, एसए कर दिया गया और अंत में रोलेक्स, एसए .यह कंपनी यूनाइटेड किंगडम से इस कारण से बाहर चली गई क्योंकि घड़ी के लिए प्रयोग होने वाली चांदी और सोने पर लगाने वाले दरों और निर्यात शुल्क के कारण कीमत अत्यधिक बढ़ती जा रही थी।
4. दोस्तो क्या आप जानते हो रोलेक्स पेहली ऐसी स्वचालित बिना बैटरी या बिना चाबी के चलने वाली घडी़ जिसे 1931 में जनता के लिए पेश किया गया,जिससे पहले बाज़ार में हारवुड आया था जिसने 1923 में इस डिजाइन का पेटेंट कराया और 1928 में पहली स्वचालित घड़ी का उत्पादन किया जो पहनने वाले कलाई की धमनियो की हरकतों से संचालित होती थी । इससे घड़ी में चाभी भरने कि झंझट भी खत्म हो गई बल्कि इससे सटिक समय भी मिलता ।
5. जल-प्रतिरोधी (waterproof) रोलेक्स ही वह पहली कंपनी थी जिसने ऐसी कलाई घड़ी बनाई जो 100 मी. (330 फीट) तक पानी नीचे भी सही से काम करती है।
6. सेरेमिक बेज़ेल
रोलेक्स अपनी स्पोर्ट्स घड़ियों की श्रृंखला में अब सेरेमिक बेज़ेल शुरू कर रही है। वे सबमरीन और जीएमटी मास्टर I मॉडलो पर उपलब्ध हैं। जिसके उपयोग से घडी़ पर किसी भी प्रकार की खरो का असर ना हो ।
और अंत में कुछ interesting facts
>>रोलेक्स पहली कलाई घड़ी थी जिसके डायल पर तारीख अपने आप स्वचालित रूप से बदल जाती थी (रोलेक्स डेटजस्ट, 1945)
तो दोस्तो आज हम एक ऐसी लग्जरी कम्पनि के बारे मे जानकारी जुटाएगे जिसके नाम से ही पता चलता है कि वह पुरे विश्व की कितनी मश्हुर कम्पनि है ।
तो आइए शुरु करते है ।
- interesting facts and knowledge about Google
- Immortal Tardigrade in hindi (Tardigrade एक ऐसा जीव जो अमर है।)
- Horrible festival of china yulin
रोलेक्स और उससे जुडी़ अनसुनी बाते और तथ्य ।
रोलेक्स घड़ी को रुतबे का प्रतीक माना जाता है और बिज़नेसवीक पत्रिका ने रोलेक्स को 100 सबसे अधिक कीमत वाले ब्रांडों की सुची मे 2007 की वार्षिक सूची में 71वे पर रखा था ।रोलेक्स, घडि़यो की सबसे बड़ी अकेली लक्जरी ब्रांड है, जो एक दिन मे 2,000 घड़ियों का उत्पादन करती है और जिसकी आय अनुमान के आधार पर करीब यूएस$3 बीलियन (£1.75) (3.02 CHF बीलियन)
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Rolex |
2. 1914 में क्यू वेधशाला ने रोलेक्स घड़ी को क्लास A सटीकता के प्रमाण पत्र से सम्मानित किया गया था ।यह एक ऐसा पुरस्कार जिससे सामान्यतः समुद्री क्रोनोमीटर को विशेष रूप से सम्मानित किया जाता था
3. 1919 में विल्स्दोर्फ़ इस कंपनी को जिनेवा, स्विट्जरलैंड ले आये, जहां इसे रोलेक्स वाच कंपनी के रूप में स्थापित किया गया। इसके नाम को बाद में बदलकर मोंट्रेस रोलेक्स, एसए कर दिया गया और अंत में रोलेक्स, एसए .यह कंपनी यूनाइटेड किंगडम से इस कारण से बाहर चली गई क्योंकि घड़ी के लिए प्रयोग होने वाली चांदी और सोने पर लगाने वाले दरों और निर्यात शुल्क के कारण कीमत अत्यधिक बढ़ती जा रही थी।
4. दोस्तो क्या आप जानते हो रोलेक्स पेहली ऐसी स्वचालित बिना बैटरी या बिना चाबी के चलने वाली घडी़ जिसे 1931 में जनता के लिए पेश किया गया,जिससे पहले बाज़ार में हारवुड आया था जिसने 1923 में इस डिजाइन का पेटेंट कराया और 1928 में पहली स्वचालित घड़ी का उत्पादन किया जो पहनने वाले कलाई की धमनियो की हरकतों से संचालित होती थी । इससे घड़ी में चाभी भरने कि झंझट भी खत्म हो गई बल्कि इससे सटिक समय भी मिलता ।
5. जल-प्रतिरोधी (waterproof) रोलेक्स ही वह पहली कंपनी थी जिसने ऐसी कलाई घड़ी बनाई जो 100 मी. (330 फीट) तक पानी नीचे भी सही से काम करती है।
6. सेरेमिक बेज़ेल
रोलेक्स अपनी स्पोर्ट्स घड़ियों की श्रृंखला में अब सेरेमिक बेज़ेल शुरू कर रही है। वे सबमरीन और जीएमटी मास्टर I मॉडलो पर उपलब्ध हैं। जिसके उपयोग से घडी़ पर किसी भी प्रकार की खरो का असर ना हो ।
और अंत में कुछ interesting facts
>>रोलेक्स पहली कलाई घड़ी थी जिसके डायल पर तारीख अपने आप स्वचालित रूप से बदल जाती थी (रोलेक्स डेटजस्ट, 1945)
>>पहली कलाई घड़ी जिसके डायल पर तारीख और दिन स्वचालित रूप से बदल जाते थे (रोलेक्स डे-डेट)
>>रोलेक्स पहली कलाई घड़ी थी जो 100 मीटर (330 फीट) तक जलरोधी (waterproof ) रहती थी (रोलेक्स ऑइस्टर पर्पीचुअल सबमेरिनर, 1953)
>>रोलेक्स पहली कलाई घड़ी जो एक साथ दो टाइम ज़ोन दिखाती थी (रोलेक्स GMT मास्टर, 1954)
>>रोलेक्स पहली घड़ी-निर्माता कम्पनी थी जिसे एक कलाई घड़ी के लिए कालमापक प्रमाण पत्र प्राप्त हुआ
>>रोलेक्स, ट्यूडर(Tudor) ब्रांड के नाम से कम महंगी घड़ियाँ बेचता है, जिसे रोलेक्स के CEO हंस विल्स्दोर्फ़ द्वारा 1946 में शुरू किया गया था। हालांकि इसे अभी भी यूरोप और सुदूर पूर्व में बेचा जाता है, ट्यूडर श्रृंखला की बिक्री को अमेरिका में 2004 में बंद कर दिया गया।
>> रोलेक्स (rolex) घडी मैं प्रयोग होने वाले नंबर बोहोत ही खास होते है ये नंबर एक स्पेशल कांच के प्लास्टिक से तैयार किये जाते है
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